रायबरेली, शहर के राजकीय कालोनी, प्रगति पुरम, तिलिया कोट, अमरेश पुरी कालोनी, सुरजू पुर, पुलिस लाइन, आचार्य द्विवेदी नगर, जवाहर बिहार कालोनी एवं इन्दिरा नगर सहित कई पुराने मुहल्लों मे सीवरेज लाइन का करीब 45 किलोमीटर लम्बा जाल फैला हुआ है। नगर के पुराने इलाकों मे करीब बीस वर्ष पहले सीवर लाइन का जाल बिछाया गया था। 18 वर्ष पहले करीब 40 हजार लोगो को सुविधायें देने के लिये शहर मे सीवर लाइन का जाल बिछाया गया था। वर्तमान समय मे नगर की आबादी दो लाख के आंकड़े को छू रही। लेकिन सीवरेज लाइन मे कोई बढ़ोत्तरी नही हुई है। इससे आम लोगो मे गहरी नाराजगी है। बीते बीस वर्षो मे शहर की आबादी तेजी से बढ़ी है। लेकिन इसके विपरीत सीवर लाइनों की क्षमता मे कोई खास इजाफा नही हुआ है। जबकि पाइपों मे निरन्तर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसके चलते आये दिन पाइपें चोक होकर फट जाती है। शहर का क्षेत्रफल बढ़ा, जनसंख्या बढ़ी, करों में बढोत्तरीं हुई। अगर कुछ नहीं बढ़ी, तो वह नगर वासियों को दी जाने वाली सुविधायें।  वहीं आजाद नगर, शक्ति नगर, कल्लू का पुरवा, अम्बेदकर नगर सहित शहर के करीब एक दर्जन मुहल्लों मे सीवरेज लाइन नही है। नगर के रहने वाले आशीष कुमार, सीता राम, शान्ती देवी, रमेश कुमार का कहना है कि नयी सीवर लाइन न पडने से लोगो को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।