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उत्तर प्रदेश 31 अक्तूबर 2009:उत्तर प्रदेश में रायबरेली की बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए पहल की जा रही है। इसका उल्लेखनीय पक्ष यह है कि अंतत: केंद्र और राज्य सरकारें इस बावत एक साथ काम करने की इच्छुक दिखाई दे रही हैं।.

उम्मीद है यह एकजुटता बरकरार रहेगी, क्योंकि विकास के मामलों तथा जनसमस्याओं के समाधान में राजनीतिक मतभेद आड़े नहीं आने चाहिए।

ये यूपी का दुर्भाग्य है कि कई मामलों में अक्सर ऐसा ही हुआ है। केंद्र सरकार बिजली की दशा सुधारने का प्रयास भी करती है तो राज्य सरकार मदद नहीं करती। अब चूंकि बिजली का वितरण राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है तो इसका हल बड़ा मुश्किल लगता है।

अब जब रायबरेली में बिजली आपूर्ति की स्थिति सुधारने के लिए केंद्रीय पावरग्रिड और उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अफसरों ने मिलकर पहल की है- वह आगे भी बरकारर रहे- आमलोग यहीं उम्मीद कर रहें हैं। ऐसी भावना से लगातार काम किया जाए तो प्रदेश की ज्यादातर समस्याओं को आसानी से सुलझाया जा सकता है। बेहतर हो कि सरकारें यह महसूस कर लें कि समस्याओं के संदर्भ में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप से किसी को कुछ हासिल होने वाला नहीं।

अब जबकि केंद्र सरकार ने रायबरेली के लिए ऐसी पहल की है तो उम्मीद की जानी चाहिए कि बाकी जिलों और शहरों में भी बिजली की दशा सुधारने पर ध्यान दिया जाएगा। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बिजली की हालत सोचनीय है। उचित यह होगा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर पूरे राज्य में बिजली के ढांचे में बुनियादी बदलाव लाने की पहल करें। इस बदलाव की आवश्यकता उत्पादन से लेकर वितरण तक के ढांचे में महसूस की जा रही है।